क्या आपको ऐसा नही लगता की हम कम कुछ क्र रहे हो
और सोच कुछ रहे हो
हम देख कुछ रहे हो
और दिखाई कुछ और दे रहा हो
कभी गौर करिए की, आप मूर्त रूप में
करते कुछ है , सोचते कुछ है
नही पता ऐसा क्यों होता है
और सोच कुछ रहे हो
हम देख कुछ रहे हो
और दिखाई कुछ और दे रहा हो
कभी गौर करिए की, आप मूर्त रूप में
करते कुछ है , सोचते कुछ है
नही पता ऐसा क्यों होता है
No comments:
Post a Comment