मृदुला जी
प्रणाम
नही पता आपको क्या अच्छा नही लगा है
मई इधर धुप में छत पर नही जा पाती
मेरी तबियत भी ठीक नही
मैंने जो धरोहर आपके पास राखी है
उसे आप अनुकूल वक़्त देख भेज दीजिये
मेरी गलती ये हुई, कि
मैंने आपको स्क्रिप्ट भेजने कहा
आशा है , आप मेरे हालत को समझेगी
ज्यादा क्या लिखू
आप एक जिम्मेदार महिला है
और, मैंने हमेशा आपसे अपनी बात कही है
अनजाने में कोई गलती हुई हो
तो, मुझे छोटी समझकर माफ़ कर दीजिये
जोगेश्वरी
धन्यवाद